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माल्या के 259 मिनट की कहानी का खुलासा: रईसी से बहाने बनाने के सफर तक…

माल्या के 259 मिनट की कहानी का खुलासा: रईसी से बहाने बनाने के सफर तक…

जब राज शमानी, युवाओं के बीच एक प्रेरणास्रोत माने जाने वाले पॉडकास्टर, विजय माल्या के साथ लगभग 259 मिनट का इंटरव्यू करने बैठे, तो यह सिर्फ एक बातचीत नहीं थी—बल्कि एक सुनियोजित छवि सुधारने की रणनीति भी थी, जो लोगों को आधे-अधूरे सच में उलझा गई।
सालों की चुप्पी तोड़ते हुए माल्या ‘माल्या के 259 मिनट की कहानी का खुलासा’ आखिरकार खुलकर अपनी बात रखी। उन्होंने अपने पतन की वजह दुर्भाग्य और गलत समय को बताया। मुंबई की बोली में कहें तो: “अपुन का लक ही खराब था भाई!”

यूट्यूब पर वायरल इंटरव्यू: नया चेहरा या पुरानी चाल?

राज शमानी के पॉडकास्ट पर माल्या ने खुलकर कहा कि:
* उन्होंने कभी भी निजी तौर पर लोन नहीं लिया।
* 2012 से 2015 के बीच उन्होंने चार बार बैंकों को सेटलमेंट ऑफर दिया था, लेकिन डिमांड ₹14,000 करोड़ की थी, जो उन्हें अत्यधिक और अनुचित लगी।
* खुद को ‘फरार’ (Fugitive) माना, लेकिन ‘चोर’ कहे जाने को अन्यायपूर्ण बताया।
* अगर उन्हें भारत में निष्पक्ष न्याय और सम्मानजनक व्यवहार की गारंटी मिलती है, तो वे वापसी पर विचार कर सकते हैं।

सोशल मीडिया की हलचल: समर्थन या संदेह?

चार दिनों के भीतर इस वीडियो को 20 मिलियन से ज्यादा बार देखा गया, जिससे यह एक डिजिटल धमाका बन गया।
लोगों की राय बंटी हुई है—
* कुछ इसे माल्या की “छवि सुधारने की कोशिश” मानते हैं,
* तो कुछ इसे उनकी “सच्चाई को जानने का मौका” कह रहे हैं।
मीम्स की बाढ़ आ गई है—यहां तक कि उन्हें ‘वोल्डेमॉर्ट ऑफ फाइनेंस’ भी कहा जाये

विजय माल्या: एक विवादित कारोबारी की कहानी परिचय 

विजय माल्या एक भारतीय उद्योगपति, पूर्व राज्यसभा सांसद और कभी-कभी “किंग ऑफ गुड टाइम्स” कहे जाने वाले व्यक्ति हैं। वह यूनाइटेड ब्रेवरीज ग्रुप (UB Group) के पूर्व अध्यक्ष रहे हैं, जो कि किंगफिशर बीयर और किंगफिशर एयरलाइंस जैसे ब्रांड के लिए जाना जाता है।

प्रारंभिक जीवन
* पूरा नाम: विजय विट्ठल माल्या
* जन्म: 18 दिसंबर 1955, कोलकाता, पश्चिम बंगाल
* पिता: विट्ठल माल्या, यूबी ग्रुप के पूर्व अध्यक्ष
* शिक्षा:
* ला मार्टिनियर स्कूल, कोलकाता
* सेंट ज़ेवियर्स कॉलेज, कोलकाता से बी.कॉम
विजय माल्या ने कम उम्र में ही अपने पिता के कारोबार में दिलचस्पी लेना शुरू कर दिया था और 1983 में 28 वर्ष की उम्र में उन्होंने UB Group की बागडोर संभाली।

व्यवसायिक करियर
1. यूनाइटेड ब्रेवरीज ग्रुप (UB Group)
* विजय माल्या ने समूह को वैश्विक स्तर पर पहुँचाया।
* किंगफिशर बीयर भारत की सबसे बड़ी और सबसे लोकप्रिय बीयर ब्रांड बनी।
* उन्होंने कई विदेशी ब्रांडों का अधिग्रहण किया, जैसे कि Whyte & Mackay (स्कॉच व्हिस्की ब्रांड)।
2. किंगफिशर एयरलाइंस (2005 – 2012)
* यह एयरलाइन 2005 में शुरू हुई और शानदार सेवाओं के लिए जानी गई।
* लेकिन इसकी लग्ज़री और खर्चीली ऑपरेशन्स ने कंपनी को भारी कर्ज में डाल दिया।
* 2012 में DGCA ने इसका लाइसेंस रद्द कर दिया।

विवाद और कानूनी मामले बैंक लोन विवाद
* माल्या पर लगभग ₹9,000 करोड़ का बैंक कर्ज बकाया है।
* उन पर आरोप है कि उन्होंने जानबूझकर ऋण नहीं चुकाया और धन को विदेश भेजा।
* 2016 में वे भारत छोड़कर यूनाइटेड किंगडम चले गए।
पलायन और प्रत्यर्पण मामला
* भारत सरकार ने उन्हें भगोड़ा घोषित किया।
* 2019 में यूके की अदालत ने उनके प्रत्यर्पण को मंजूरी दी, लेकिन कानूनी प्रक्रियाएं अभी भी चल रही हैं।
* उन्हें भारत वापस लाने की प्रक्रिया लंबित है।

राजनीतिक जीवन
* वे 2002 से 2016 तक दो बार राज्यसभा के सदस्य रहे (कर्नाटक से निर्दलीय उम्मीदवार के तौर पर)।
* उन्होंने राजनीति में ज्यादा सक्रिय भूमिका नहीं निभाई।

निजी जीवन
* माल्या का विवाह संयोगिता से हुआ था, जिनसे एक बेटा सिद्धार्थ माल्या है।
* वह अपनी जीवनशैली के लिए जाने जाते थे — महंगी पार्टियाँ, याच, और स्पोर्ट्स टीम्स के मालिकाना हक़ (IPL टीम Royal Challengers Bangalore)।

वर्तमान स्थिति (2025 तक)
* वे अभी भी यूके में हैं और भारत सरकार के प्रत्यर्पण प्रयासों का सामना कर रहे हैं।
* भारत में उनकी कई संपत्तियाँ कुर्क की जा चुकी हैं।
* उन्हें 2018 में “भगोड़ा आर्थिक अपराधी” घोषित किया गया।

निष्कर्ष
विजय माल्या की कहानी एक ऐसे कारोबारी की है जिसने ऊँचाइयाँ भी देखीं और गहरे पतन का भी सामना किया। उनके जीवन से यह सबक मिलता है कि जब व्यापार में नैतिकता और पारदर्शिता को नज़रअंदाज़ किया जाता है, तो नतीजे कितने गंभीर हो सकते हैं।

 

 

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